१
माथे बिंदिया
हाथ सजे कंगन
पूजता – मन
२
निकला चंदा
अर्ध्य दें सुहागनें
रीत हो पूरी
३
पति को पाया
साल में एक बार
ये दिन आया
४
शृंगार किये
सुहागिनों की टोली
मंदिर चली
५
थालियाँ सजीं
सुहागिनों की पूजा
चंदा ने सुनी
६
नारियाँ सजें
करवा चौथ पूजें
पानी न चखें
७
पेट हैं खाली
उमंगें भरे मन
सजाएँ थाली
८
हाथों में दीप
पति उम्र पाने को
चंदा से भीख
सविता अग्रवाल "सवि"